11 September 2008

ये भी खूब है



1. ममता बनर्जी की हर अदा निराली है

कड़वी स्पीच भी लगती मीठी कव्वाली है

थोड़ी अडिय़ल, थोड़ी तुकनमिजाज है

नंदीग्राम हिंसा पर सख्त एतराज है

पहले भी दे चुकी लोकसभा से इस्तीफा

इस बार फिर अपनी भड़ास निकाली है


2. राहुल बाबा देश के नए तारणहार हैं

इस युवराज पर सारे मुल्क का भार है

महासचिव की पगड़ी बांधे

गुजरात में लगा रहे हैं नारे

कांग्रेसिए चल रहे पीछे

सोच के अब होंगे वारे-न्यारे।


3. हैदराबाद हरिकेन विवादों का दूसरा है नाम,

जलवाए खास का, मक्का मस्जिद है नया मुकाम

टेनिस परी ने सैकड़ों बार, कैमरा किया फेस

मीडिया हरदम करती चेंज

इस बार मामले को तूल ना दिया

मांफी मांगी, कहा भूल चूक में गुनाह किया


4. कॉलम लिखने पर बात बिगड़ गई

क्रिकेटिया बीसीसीआई कर्नल पर चढ़ गई

पहले कदम खींच लिए पीछे

फिर किया आत्ममंथन, मैं क्यों रहूं नीचे

पलटवार कर जबानी चाबुक मारा

कलमचियों पर प्रहार किया करारा


5. पहले हाथ का साथ छोड़ा

फिर कमल को पूरा निचोड़ा

किया था वादा येदूरिप्पा से

राज करेंगे थोड़ा-थोड़ा

खुद की ट्वेंटी पारी खेल ली

अब मुकर गए देवगौड़ा


6. तुझ संग प्रीत लगाई सजना

गीत शाहिद को नहीं सुहाया

लोलो को छोटे नवाब का साथ है भाया

'जब वी मैट' तो हो गई हिट

शाहिद-करीना की जोड़ी नहीं रही फीट

अब दीपिका पादुकोण से दिल मिलाएंगे

करीना को शाहिद खूब चिढ़ाएंगे


7. हमरा बाजीगर, खेल रहा है कौनसी बाजी

डर में जंचा था, दुल्हनिया आज भी ताजी

कभी के बी सी में जात हो धमक

कभी कर जात हो भारत कुमार की नकल

हद हो गई अब तो धोनी का बल्ला लिया पकड़


8. महाराजा ने भी हल्ला बोल दिया

बल्ले का मुंह खोल दिया

अख्तर एंड कंपनी को खूब धुना

तभी तो मैन ऑफ दी सीरीज चुना

वन डे में दादा दस हजारी हैं

टेस्ट में जलवे दिखाने की तैयारी है

पाक के बाद कंगारुओं की बारी है


9. परदेसन माधुरी नेने की वापसी करारी हुई,

आडियंस में पहले जमके खुमारी हुई,

शो छूटा, तो सबके ख्वाब टूट गए

दर्शकों ने सिर पीट लिया

'आजा नच ले' को भूल गए।


10. मोनिका भाभी लौट आई है गांव,

आसमां की बुलंदियों को छूने चले थे पांव,

कदम चले थे फिल्मी रास्ते पर

फिर डॉन की गलियों में मुड गए।

हसीना शिखर की जगह पहुंची जेलखाने

दुनिया भर के सुनने पड़े ताने

कमबख्त पहले समझ जाती, तो ये नौबत ना आती।


11. बडक़े अंबानी ने कामयाबी की लिखी नई इबारत है

बना रहे 27 मंजिला इमारत हैं।

शरीके ध्यात को जन्मदिन पर 242 करोड़ का तोहफा दे डाला

इस देश में जहां, लाखों को नसीब नहीं होता निवाला।

धन कुबरों के अजीबोगरीब शौक हैं

ये हकीकत है, ना कि जोक है


12. पिता कवि, बुद्धिजीवी हैं,

खुद महानायक बन गए हैं

चश्मे नूर भी बढ़ा रहे हैं शान

जमीन खरीदी बनके किसान

आफत में फंसे, तो जमीन कर दी दान।


(भाई संजय सोनगरा का योगदान साल 2008 आने पर )

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