होली सिर्फ हम ही नहीं मनाते। होली तो हर देश में मनाई जाती है, नाम और तरीका चाहे अलग हो, पर भावना सबकी एक है- प्रेम, उमंग और उल्लास।
आशीर्वाद बुजुर्गों का
आशीर्वाद बुजुर्गों का
फ्रांस में 19 मार्च को होली की तरह एक त्योहार डिबोडिबी के नाम से मनाया जाता है। वहां इस दिन पिछले वर्ष की विदाई और नए साल के स्वागत में खुशियां मनाई जाती हैं। मिस्त्र में 13 अप्रैल की रात्रि को जंगल में आग जलाकर यह पर्व मनाया जाता है। आग में लोग अपने पूर्वजों के पुराने कपड़े भी जलाते हैं। तेरह अप्रैल को ही थाइलैंड में भी नव वर्ष 'सौंगक्रान' शुरू होता है । इसमें बुजुर्गों के हाथों इत्र मिश्रित जल डलवाकर आशीर्वाद लिया जाता है। म्यांमार में इसे जल पर्व के नाम से जाना जाता है।नाचो- गाओ, खुशी मनाओजर्मनी में ईस्टर के दिन घास का पुतला बनाकर जलाया जाता है। लोग एक दूसरे पर रंग डालते हैं। अफ्रीका में 'ओमेना वोंगा' त्योहार मनाया जाता है। इसी नाम के एक अन्यायी राजा को लोगों ने जिंदा जला डाला था। उसका पुतला जलाकर लोग नाचते-गाते हैं और खुश होते हैं। पोलैंड में 'आर्सिना' पर लोग एक दूसरे पर रंग और गुलाल मलते हैं। यह रंग फूलों से बना होने की वजह से काफी सुगंधित होता है। लोग परस्पर गले मिलते हैं। अमरीका में 'मेडफो' पर्व मनाने के लिए लोग नदी किनारे इकट्ठे होकर गोबर तथा कीचड़ से बने गोले एक-दूसरे पर फेंकते हैं। चेक और स्लोवाक क्षेत्र में 'बोलिया कोनेंसे' त्योहार पर युवा लड़के-लड़कियां एक दूसरे पर पानी और इत्र डालते हैं। बेल्जियम के लोग होली को मूर्ख दिवस के रूप में मनाते हैं। यहां पुराने जूतों की होली जलाई जाती है।
जीवन में बहार
इटली में 'रेडिका' त्योहार फरवरी के महीने में एक सप्ताह तक मनाया जाता है। लकड़ियों के ढेर चौराहों पर जलाए जाते हैं। लोग अग्नि की परिक्रमा करके आतिशबाजी करते हैं। एक दूसरे को गुलाल भी लगाते हैं। रोम में इसे 'सेंटरनेविया' कहते हैं तो यूनान में 'मेपोल'। स्पेन में भी लाखों टन टमाटर एक दूसरे को मार कर होली खेली जाती है। जापान में 16 अगस्त की रात को 'टेमोंजी ओकुरिबी' पर्व पर कई स्थानों पर आग जलाकर यह त्योहार मनाया जाता है। चीन में इसे 'च्वेजे' नाम से मनाते हैं। यह पंद्रह दिन तक मनाया जाता है। लोग आग से खेलते हैं और अच्छे परिधानों में सज-धज कर गले मिलते हैं। नार्वे और स्वीडन में सेंट जॉन का पवित्र दिन होली की तरह से मनाया जाता है। शाम को किसी पहाड़ी पर होलिका दहन की तरह लकड़ी जलाई जाती है और लोग आग के चारों ओर नाचते-गाते हैं। इंग्लैंड में मार्च के अंतिम दिनों में लोग अपने मित्रों और संबंधियों को रंग भेंट करते हैं ताकि उनके जीवन में रंगों की बहार आए।
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