31 May 2008

कविता

पाना है क्या खोना है क्या।
क्या मुझको पता।

मन में थी एक आस, वो पूरी हुई।
फिर उठी है एक प्यास, करनी है फिऱ पूरी आस।

मन का विश्वास सदा रहे साथ, खुदा रहे सदा मेरे पास।
दिल का बात सुन रह कोई, मन का दर्द ना जाने कोय।
मन की बात को सुन ले, ऐसा कोई मिल जाए।।

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